पर
पर शब्द के अनेक अर्थ हैं। जैसे- 1. कहीं पर व्यवस्था अर्थ में वर्तता है। जैसे- पहला, पिछला । 2. कहीं पर भिन्न अर्थ में वर्तता है। जैसे- परपुत्र पर परभार्या। इससे अन्य का पुत्र व अन्य की स्त्री ऐसा ज्ञान होता है। 3. कहीं पर प्राधान्य अर्थ में वर्तता है। जैसे- इस कुटुम्ब में यह कन्या पर है। यहाँ प्रधान एकसा ज्ञान होता है। 4 कहीं पर इष्ट अर्थ में वर्तता है। जैसे— परधाम गत अर्थात् अपने इष्ट स्थान पर गया है ऐसा ज्ञान होता है। 5. पर और उत्कृष्ट ये पर्यायवाची शब्द हैं । परत्व शब्द एकान्त भेद का अविनाभावी है, इसका अर्थ अन्यपना होता है। पर शब्द शत्रु शब्द का पर्यायवाची है। ज्ञान युगपत् स्व और अपूर्व अर्थात् पर दोनों ही अर्थों का ग्राहक है।