दंड
मन, वचन काय की अशुभ प्रवृति को दंड कहते हैं। मन, वचन काय के भेद से दंड तीन प्रकार का है। राग, द्वेष और मोह ये तीन मानसिक दण्ड हैं। झूठ बोलना, वचन के द्वारा किसी के ज्ञान का घात करना, चुगली करना, कठोर वचन कहना, अपनी प्रशंसा करना, संताप उत्पन्न करने वाले वचन कहना और हिंसा के वचन कहना यह सात प्रकार का वचन दण्ड कहलाता है प्राणियों का वध करना, चोरी करना, मैथुन करना, परिग्रह रखना आरम्भ करना, ताड़न करना और उग्रवेष धारण करना, इस तरह कायदण्ड भी सात प्रकार के हैं ।