असंख्यात अवसर्पिणी उत्सर्पिणी काल की शलाकाओं के बीत जाने पर प्रसिद्ध एक हुण्डावसप्रिणी आती है उसके चिन्ह इस प्रकार हैं:1. इसके सुखमा–दुखमा काल की स्थिति में से कुछ काल शेष रहने पर भी वर्षा आदि होने लगती है और विकलेन्द्रिय …
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