शुभ पक्षों के आकार रूप विक्रय करने में अनुराग रखने वाले सुपर्ण कहलाते हैं।
सातवें तीर्थंकर । वाराणसी नगरी के राजा सुप्रतिष्ठ की रानी पृथिवीषेणा के यहाँ इनका जन्म हुआ। इनकी आयु बीस लाख वर्ष पूर्व की थी । शरीर दो सौ धनुष ऊँचा था । शरीर का वर्ण प्रियंगु पुष्प के समान था …