23 Julyसुन्दरी Posted by kundkund Comments 0 commentतीर्थंकर ऋषभदेव की पुत्री थी । अपने पिता से इन्होंने अंकविद्या सीखी। अल्प- वय में ही विरक्त होकर भगवान ऋषभदेव से दीक्षा लेकर आर्यिका का पद पाया । Read More