भले प्रकार से कार्य और कषाय का लेखन करना अर्थात् कृश करना सल्लेखना है सल्लेखना धारण करने वाला जीव उत्तरोत्तर काय और कषाय को पुष्ट करने वाले कारणों को घटाते हुए भले प्रकार से अपने शरीर और कषायों को क्षीण …
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