साधुओं के द्वारा परस्पर जो विनय आदि व्यवहार किया जाता है उसे समाचार या समाचारी कहते हैं। अथवा सभी साधुओं का जो एक समान अहिंसा आदि रूप आचरण है उसे समाचार कहते हैं। समाचार दो प्रकार का है- औघिक व …
समाधितन्त्र – आचार्य-पूज्यपाद 105 गाथा Date : 17-Nov-2022 Index गाथा / सूत्र विषय गाथा / सूत्र विषय 001) मंगलाचरण 002) अरिहंत भगवान की स्तुति 003) आचार्य द्वारा संकल्प 004) आत्मा के भेद 005) तीनों का स्वरूप 006) परमात्मा के पर्यायवाची …