23 Julyसमदत्ति Posted by kundkund Comments 0 commentजो आचार-विचार आदि में अपने समान अन्य उत्तम गृहस्थ है उसे विनयपूर्वक अपनी कन्या और धन-धान्य आदि देना समदत्ति है। Read More