• Courses
  • Features
    • About Us
    • FAQs
  • Blog
    • H5P
    • शास्त्र और ग्रंथ
  • Gallery
    • Categories

      • Interactive Puzzles (2)
      • आचार्यों द्वारा रचित ग्रंथ (8)
      • गुरुदेव कानजी स्वामी प्रवचन (1)
      • विद्वानों द्वारा रचित ग्रंथ (1)
      • शब्दावली (5)
    • RegisterLogin
Kund Kund
  • Courses
  • Features
    • About Us
    • FAQs
  • Blog
    • H5P
    • शास्त्र और ग्रंथ
  • Gallery
    • Categories

      • Interactive Puzzles (2)
      • आचार्यों द्वारा रचित ग्रंथ (8)
      • गुरुदेव कानजी स्वामी प्रवचन (1)
      • विद्वानों द्वारा रचित ग्रंथ (1)
      • शब्दावली (5)
    • RegisterLogin

Encyclopedia

  • Home
" 1 4 8 अ आ इ ई उ ऊ ऋ ॠ ए ऐ ओ औ क ख ग घ च छ ज झ ट ठ ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म य र ल व श ष स ह
सं सक सच सत सद सन सप सम सय सर सल सव सस सह सा सि सी सु सू सृ से सो सौ स्
समं समक समच समत समद समन समभ समय समव समा समि समु समू सम्
23 July

समचतुःसंस्थान 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

ऊपर, नीचे, मध्य में कुशल शिल्पी द्वारा बनाये गये समचक्र की तरह समान रूप से शरीर अवयवों की रचना होना, समचतुरस्र संस्थान है। चतुर का अर्थ शोभन है, सब ओर से चतुर, समचतुर कहलाता है। समान मान और उन्मान वाला …

Read More
23 July

समच्छिन्नक

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

Frustum.

Read More
23 July

समच्छेद 

  • Posted by kundkund
  • Comments 0 comment

गणिन की भिन्न परिकर्माष्टक विधि में अंशों और हरों में यथायोग्य गुणा करके सब राशियों के हार समा करना ।

Read More

Search

Categories

  • accordion
  • Blog
  • Chart /Table
  • Chart /Table
  • H5P
  • Uncategorized
  • अनुभूति
  • गाथा
  • ग्रंथ
  • ज्ञान
  • शब्दकोश
तीर्थंकरों के बारे मे  सब कुछ

तीर्थंकरों के बारे मे सब कुछ

Free
समयसार

समयसार

Free
ग्रंथ इंडेक्स

ग्रंथ इंडेक्स

Free

Kund Kund is proudly powered by WordPress

Login with your site account

Lost your password?

Not a member yet? Register now

Register a new account

Are you a member? Login now