बर्फ गिरने या शीतल हवा चलने पर उसे समतापूर्वक सहन करना शीत रीषह जय कहलाता है। जिसने वस्त्र आदि समस्त आवरण का त्याग कर दिया है, पक्षी के समान जिसका आवास अनिश्चित है, वृक्ष के नीचे, चौपथ या शिलातल पर …
बर्फ गिरने या शीतल हवा चलने पर उसे समतापूर्वक सहन करना शीत रीषह जय कहलाता है। जिसने वस्त्र आदि समस्त आवरण का त्याग कर दिया है, पक्षी के समान जिसका आवास अनिश्चित है, वृक्ष के नीचे, चौपथ या शिलातल पर …
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