गृहस्थों के भाजन अर्थात् कुम्भ, घड़ा, कमण्डलु, शराब बगैरह पात्रों में से किसी पात्र में कोई पदार्थ रखे होंगे अथवा किसी को दिये होंगे, यह सब चारित्राचार है ।
वक्ता के किसी साधारण शब्द के प्रयोग करने पर उसके विवक्षित अर्थ की जानबूझ कर उपेक्षा पर अर्थान्तर की कल्पना करके वक्ता के वचन के निषेध करने को वाक्छल कहते हैं। जैसे- वक्ता ने कहा कि इस ब्राह्मण के पास …
पदों के समूह का नाम वाक्य है वाक्य तीन प्रकार के हैं- विधिवाक्य, अर्थवाक्य और अनुवाद वाक्य । आज्ञा या आदेश करने वाले वाक्य विधिवाक्य हैं। स्तुति, निन्दा, परकृति और पुराकल्प ऐसे चार प्रकार के अर्थ वाक्य हैं। विधि का …