जिनमें वक्तृत्व पर्याय अर्थात् बोलने की क्षमता प्रगट हो गई है ऐसे द्वीन्द्रिय से लेकर संज्ञी पंचेन्द्रिय तक सभी जीव वक्ता है अथवा धर्म के उपदेष्टा को वक्ता कहते हैं धर्म का उपदेश देने वाले वक्ता तीन प्रकार के हैं …
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now