23 Julyभुजगार बंध Posted by kundkund Comments 0 commentवर्तमान समय में जिन स्थितियों को बाँधता है, उन्हें अनन्तर अतिक्रान्त समय में घटी हुई बाँधी गयी अल्पतर स्थिति से बहुतर बाँधता है, वह भुजगार बंध है। Read More