प्रासुक आहार के साथ अप्रासुक सामग्री मिलाकर साधु को देना पूति दोष है। अथवा चूल्हा, ओखली, चम्मच, भोजन पकाने के बर्तन तथा सुगंध युक्त द्रव्य- इन पाँचों में ऐसा संकल्प करना कि इस चूल्हे आदि से बना भोजन जब तक …
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