1. लोक व्यवहार में स्वर्ग मोक्ष को परलोक कहते हैं। 2. पर अर्थात् उत्कृष्ट चिदानन्द शुद्ध स्वभाव आत्मा उसका लोक अर्थात् अवलोकन निर्विकल्प समाधि में अनुभवना यह परलोक है। 3. अथवा जिसके परमात्म स्वरूप में या केवल – ज्ञान में …
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