परमात्मप्रकाश – योगींदुदेव 214 गाथा nikkyjain@gmail.com Date : 17-Nov-2022 Index गाथा / सूत्र विषय गाथा / सूत्र विषय 1-001) मंगलाचरण 1-002) सिद्ध परमेष्ठी को नमस्कार 1-003) सिद्ध परमेष्ठी को नमस्कार 1-004) सिद्ध परमेष्ठी को नमस्कार 1-005) सिद्ध परमेष्ठी को नमस्कार …
केवलज्ञान सकल प्रत्यक्ष है, क्योंकि त्रिकाल विषयक समस्त पदार्थों को विषय करने वाला अतीन्द्रिय, अक्रमवृत्ति, व्यवधान से रहित और आत्मा व पदार्थ की समीपता मात्र से प्रवृत्त होने वाला है। अवधि और मनःपर्यय ज्ञान विकल प्रत्यक्ष हैं, क्योंकि उनमें सकल …
भेद ज्ञान न होने के कारण परमार्थ बाह्य कहलाते हैं। परम सामायिक को नहीं प्राप्त करते हुए परमार्थ बाह्य होते हैं।