एक अक्षर से प्रारम्भ करके अनेक प्रकार के पंचपरमेष्ठी वाचक पवित्र मंत्रपदों का उच्चारण करके जो ध्यान किया जाता है उसे पदस्थ – ध्यान कहते हैं, जैसे- एकाक्षरी मंत्र- ॐ, दो अक्षर वाला- अर्हं या सिद्ध, चार अक्षर वाला- अरहंत, …
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