प्रमाण, प्रमेय, संशय, प्रयोजन,दृष्टान्त, सिद्धांत, अवयव, तर्क, निर्णय, वाद, जल्प, वितण्डा, हेत्वाभास, छल, जाति, निग्रहस्थान इन सोलह पदार्थों के तत्त्व ज्ञान से मिथ्याज्ञान का नाश होता है। उससे दोषों का अभाव होता है। दोष के न रहने पर प्रवृत्ति होती …
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