योग्यता या पूर्वकर्म दैव कहलाता है अथवा प्राणी ने पूर्व भव में जिस पाप या पुण्य कर्म का संचय किया है वह दैव कहा जाता है विधि, स्रष्टा, विधाता, दैव, पुराकृत कर्म और ईश्वर ये सब कर्म के ही पर्यायवाची …
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