साधु के नित्य क्रियाओं में प्रयोग में आने वाली दस भक्तियाँ है- 1. सिद्धभक्ति, 2. श्रुतभक्ति, 3. चारित्रभक्ति, 4.योगिभक्ति, 5. आचार्यभक्ति, 6 पंचमहागुरु भक्ति, 7.चैत्यभक्ति, 8 वीरभक्ति 9 चतुर्विंशति तीर्थकरभक्ति, 10. समाधिभक्ति । इनके अतिरिक्त भी निर्वाणभक्ति, नंदीश्वरभक्ति, शांतिभक्ति आदि …
अपने-अपने स्वरूप की सामर्थ्य को प्रकट करने में निपुण वेगवती, महारोहिणी आदि विद्याओं के देवताओं के द्वारा अनेक प्रकार का प्रलोभन मिलने पर भी जिस मुनि का चित्त क्षुभित नहीं होता है तथा जो दश पूर्वी रूपी समुद्र को पार …