वन में घास बगैरह को जलाने के लिए आग लगाना दवप्रदा कहलाता है। यह दो प्रकार है- एक व्यसनज और दूसरा पुण्यबुद्धिज बिना प्रयोजन के भीलों द्वारा वन में आग लगवाना दवप्रव है और पुण्यबुद्धि से दीपों में अग्नि प्रज्वलित …
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