23 Julyदक्षिण प्रतिपत्ति Posted by kundkund Comments 0 commentआगम में आचार्य परंपरागत उपदेशों को ऋजु और सरल होने के कारण दक्षिण प्रतिपत्ति कहा गया है। धवलाकार श्री वीरषेण स्वामी इसकी प्रधानता देते है। Read More