जो मुनि दंशमशक अर्थात् मच्छर, मक्खी, खटमल, चींटी, बिच्छू आदि के द्वारा की गई बाधा को बिना प्रतिकार किए सहन करते हैं। मन, वचन व काय से उन जीवों को बाधा नहीं पहुँचाते और निर्वाण की प्राप्ति के लिए सदा …
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