मन, वचन काय की अशुभ प्रवृति को दंड कहते हैं। मन, वचन काय के भेद से दंड तीन प्रकार का है। राग, द्वेष और मोह ये तीन मानसिक दण्ड हैं। झूठ बोलना, वचन के द्वारा किसी के ज्ञान का घात …
जो मुनि दंशमशक अर्थात् मच्छर, मक्खी, खटमल, चींटी, बिच्छू आदि के द्वारा की गई बाधा को बिना प्रतिकार किए सहन करते हैं। मन, वचन व काय से उन जीवों को बाधा नहीं पहुँचाते और निर्वाण की प्राप्ति के लिए सदा …