23 Julyतर्क Posted by kundkund Comments 0 commentव्याप्ति के ज्ञान को तर्क कहते हैं आशय यह है कि इसके होते ही यह होता है इसके न होते, होता ही नही। जैसे अग्नि के होते ही धुँआ होता है और अग्नि के न होते होता ही नहीं है … Read More
23 Julyतर्जित Posted by kundkund Comments 0 commentतर्जनी अँगुली के द्वारा अन्य साधुओं को भय दिखाते हुए अथवा आचार्य आदि से स्वयं तर्जित होकर वन्दना आदि करना तर्जित दोष है। Read More