(द्रव्य) उत्पाद, व्यय, ध्रौव्य और गुण, पर्यायों स्वरूप से परिणमन करते हैं, वो ऐसे सर्व ही द्रव्य अपने-अपने यथोचित उत्पाद, व्यय, ध्रौव्य के साथ और गुणपर्यायों के साथ, यद्यपि संज्ञा, लक्षण और प्रयोजन आदि भेद को प्राप्त होते हैं। तथापि …
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now