जिन देव
असंयत सम्यग्दृष्टि आदि एक देश जिन हैं उनमें जो वर अर्थात् श्रेष्ठ हैं वे जिनवर यानी गणधर देव हैं। उन जिनवरों में भी जो प्रधान है वे जिनवर वृषभ अर्थात् तीर्थंकर परमदेव हैं अथवा सामान्य केवली को जिनवर तथा तीर्थंकर …
असंयत सम्यग्दृष्टि आदि एक देश जिन हैं उनमें जो वर अर्थात् श्रेष्ठ हैं वे जिनवर यानी गणधर देव हैं। उन जिनवरों में भी जो प्रधान है वे जिनवर वृषभ अर्थात् तीर्थंकर परमदेव हैं अथवा सामान्य केवली को जिनवर तथा तीर्थंकर …
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