23 Julyजलगता चूलिका Posted by kundkund Comments 0 commentजल में गमन करने और जलस्तम्भन आदि में कारणभूत मंत्र, तंत्र और तपश्रचरण रूप अतिशय का जिसमें वर्णन होता है उसे जलगताचूलिका कहते हैं। Read More