वृक्षों के मूलभाग की चारों दिशाओं में पद्मासन से स्थित जिन प्रतिमाएँ हैं अतः इन्हें चैत्यवृक्ष कहते हैं। चैत्यवृक्षों के मूलभाग में चारों दिशाओं में से प्रत्येक दिशा में पद्मासन से स्थित और देवों से पूज्यनीय पाँच-पाँच अथवा चार-चार जिन …
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