चन्द्रमा की आयु, परिवार, ऋद्धि, गति और बिम्ब की ऊँचाई आदि का वर्णन करने वाला चन्द्रप्रज्ञप्ति नाम का परिकर्म है।
अष्टम तीर्थंकर। इनका जन्म इक्ष्वाकु वंशी राजा महासेन और रानी लक्ष्मणा के यहाँ हुआ। इनकी आयु दस लाख वर्ष पूर्व और शरीर की ऊँचाई एक सौ पचास धनुष थी। शरीर की आभा श्वेत थी। एक दिन शरीर की नश्वरता का …