Mathematicians.
गुरूपदनिष्ट होकर चतुःसंघ की रक्षा का पालन करे तथा नवीन जिज्ञासुओं को उनकी शक्ति के अनुसार व्रत व दीक्षाएँ देवे।
गुरूपदनिष्ट होकर चतुःसंघ की रक्षा का पालन करे तथा नवीन जिज्ञासुओं को उनकी शक्ति के अनुसार व्रत व दीक्षाएँ देवे।
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