1. चूहा आदि के रखने के लिए जो बनाया जाता है कूट कहते हैं । 2. मेरू पर्वत, कुल पर्वत, विन्ध्य पर्वत, सह्य पर्वत आदि कूट कहलाते हैं या पर्वत पर स्थिति चोटियों को कूट कहते हैं।
दूसरे के द्वारा नहीं कहे गये अथवा नहीं किए गये किसी कार्य के विषय में ऐसा कहना कि वह उसने कहा है अथवा किया है, इस प्रकार धोखा देने के अभिप्राय से कपटपूर्ण लेख लिखना कूटलेखक्रिया है।