जिस धर्म या धर्मग्रन्थ में हिंसादि पापाचरण को धर्म माना गया हो उसे कुशास्त्र या कुधर्म कहते हैं।
जिस कर्म के उदय से जीव का शरीर कुबड़ा होता है उसे कुब्जक – शरीर- संस्थान नामकर्म कहते हैं।
जिस कर्म के उदय से जीव का शरीर कुबड़ा होता है उसे कुब्जक – शरीर- संस्थान नामकर्म कहते हैं।
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now