मिथ्यादर्शन के साथ होने वाले मतिज्ञान को कुमतिज्ञान कहते हैं जिस प्रकार कड़वी तूंबडी में रखा दूध कड़वा हो जाता है, उसी प्रकार मिथ्यादर्शन के निमित्त से ज्ञान मिथ्या हो जाते हैं। जिस प्रकार सम्यग्दृष्टि चक्षु आदि के द्वारा रूपादिक …
मिथ्यादर्शन के साथ होने वाले मतिज्ञान को कुमतिज्ञान कहते हैं जिस प्रकार कड़वी तूंबडी में रखा दूध कड़वा हो जाता है, उसी प्रकार मिथ्यादर्शन के निमित्त से ज्ञान मिथ्या हो जाते हैं। जिस प्रकार सम्यग्दृष्टि चक्षु आदि के द्वारा रूपादिक …
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