हाथी के पकड़ने के लिए जो वारिबंद बनाया जाता है, उसे कंदक कहते हैं। अथवा हिरन व सूअर आदि के मारने के लिए जो फंदा तैयार किया जाता है, उसे कंदक कहते हैं।
मूलबीज, अग्रबीज, पर्वबीज, कंदबीज, स्कन्ध— बीज, बीजरूह और सम्मूर्मि ये सब वनस्पतियाँ अप्रतिष्ठित प्रत्येक और सप्रतिष्ठित प्रत्येक के भेद से दोनों प्रकार की होती हैं। सूरण आदि कंद, अदरख आदि मूल, छालि, स्कन्ध, पत्ता, कौंपल, पुष्प, फल, गुच्छा, करंजा आदि …
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