उत्कृष्ट श्रावक दो प्रकार का होता हैक्षुल्लक एवं ऐलक । ऐलक केवल कौपीन मात्र वस्त्र धारण करते हैं, केशलुंचन करते हैं, पीछी कमण्डलु और पुस्तक आदि धर्मोपकरण अपने पास रखते हैं, दिन में एक बार भिक्षाचर्यापूर्वक बैठकर हाथ की अँजुली …
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