जिसके द्वारा वस्तु तत्व उपलब्ध किया जाता हो या ग्रहण किया जाता हो वह उपलब्धि है। पदार्थ से उत्पन्न होने वाली तदाकार परिणत बुद्धि उपलब्धि है अथवा ज्ञान के क्षयोपशम से उत्पन्न अर्थ ग्रहण करने की शक्ति को उपलब्धि कहते …
वादी द्वारा कहे जा चुके कारण के अभाव होने पर भी साध्य धर्म का उपलम्ब हो जाने से उपलब्धि प्रतिषेध है। उसका उदाहरण इस प्रकार है- वायु के द्वारा वृक्ष की शाखा आदि के भंग से उत्पन्न हुए शब्द में …