ऊमर, कठूमर, पाकर, बड़, पीपल आदि वृक्षों के फल, उदंबर फल कहलाते हैं। ये त्रस जीवों के उत्पत्ति स्थान हैं इसलिए अभक्ष्य हैं अर्थात् खाने योग्य नहीं हैं ।
1. जब सर्वघाती स्पर्धकों का उदय होता है तब तनिक भी आत्मा के गुण की अभिव्यक्ति नहीं होती, इसलिए उस सर्वघाती स्पर्धकों के उदय के अभाव को उदयाभावी क्षय कहते हैं । 2. जब सर्वघाती स्पर्धक अनन्तगुणहीन होकर देशघाती स्पर्धकों …