अधिकरण को आधार कहते हैं। आधार तीन प्रकार के हैं – जहाँ चटाई पर व्यक्ति सोया है ऐसा कहा जाए, वहाँ औपश्लेषिक आधार है। आकाश में धर्मादि द्रव्य स्थित है ऐसा कहना ये वैशेषयिक आधार है। तिल में तेल है …
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