सूक्ष्म कृष्टि
संज्वलन कषाय के स्पर्धकों को बादर कृष्टि है। उनमें से प्रत्येक कृष्टि रूप स्थूल खण्ड का अनंत गुणा घटनानुभाव करि सूक्ष्म खण्ड करि है। जो सूक्ष्म कृष्टिकरण है, अनिवृत्तिकरण का अंत समय का अनन्तर सूक्ष्म कृष्टि को भेदता हुआ सूक्ष्मसाम्पराय गुणस्थान को प्राप्त होता है। तहाँ सूक्ष्म कृष्टि विषय प्राप्त मोह के सर्व द्रव्य का अपकर्षण कर पूर्ण श्रेणी कर गया ।