वितर्क
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वितर्क का अर्थ श्रुत है अथवा विशेष रूप से ऊहा या तर्कणा करना वितर्क कहलाता है अथवा निज शुद्ध आत्मा का अनुभव रूप भावश्रुत अथवा निज शुद्धात्मा को कहने वाले जो अंतरंग जल्प है वह वितर्क है।
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