वासना Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentशरीर आदि को शुचि स्थिर और आत्मीय मानने रूप जो अविद्या या अज्ञान हैं, उसकी पुनः पुनः प्रवृत्ति रूप अभ्यास से उत्पन्न संस्कार वासना कहलाती है।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023 moksh maarg prakashak 4 September, 2023