वचनोपगत
शिष्यों को पढ़ाने का नाम वाचना है, वह चार प्रकार की है- नंदा, भद्रा, जया और सौम्य । इन चार प्रकार की वाचनाओं को प्राप्त वचनोपगत कहलाता हैं।
शिष्यों को पढ़ाने का नाम वाचना है, वह चार प्रकार की है- नंदा, भद्रा, जया और सौम्य । इन चार प्रकार की वाचनाओं को प्राप्त वचनोपगत कहलाता हैं।
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now