योगत्याग क्रिया Posted by kundkund Date July 23, 2026 Comments 0 commentकेवली समुद्घात करके मन, वचन, काय स्पर्धकों को अत्यन्त निरोध कर अत्यन्त निश्चल दशा को प्राप्त होना ।Share:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post ज्ञानावर्ण July 23, 2026You may also like ज़िनागम का सार भाग 1 30 November, 2024 antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023