प्रसज्याभाव
जो प्रत्यक्ष न हो सो ऐसा प्रसज्याभाव है। प्रसज्य के द्वारा केवल अभाव मात्र समझा जाता है।
जो प्रत्यक्ष न हो सो ऐसा प्रसज्याभाव है। प्रसज्य के द्वारा केवल अभाव मात्र समझा जाता है।
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