पांडुक शिला
सुमेरूपर्वत के चतुर्थ वन का नाम पाण्डुकवन है। पाण्डुक वन में स्थित चार शिलाओं में एक शिला का नाम पाण्डुक-शिला है। यह पाण्डुक वन के पूर्व और उत्तर दिशा के बीच में स्थित सौ योजन लम्बी, पचास योजन चौड़ी और आठ योजन ऊँची अर्धचन्द्राकार शिला है। इसमें सिंहासन और मंगल द्रव्य की रचनाएँ भी हैं। इन्द्र के द्वारा तीर्थंकर का जन्माभिषेक इसी पांडुक-शिला पर होता है।