पर्वत
- Home
- पर्वत
क्षीणकदम गुरु का पुत्र था । अजैर्यटव्यम् शब्द का राजा वसु के द्वारा विपरीत समप्रण न कराने पर लोगों के द्वारा धिक्कारा गया, उससे दुःखी होकर कुतर्क करने लगा, अन्त में मृत्यु के पश्चात् राक्षस बनकर इस पृथ्वी पर हिंसा यज्ञ की उत्पत्ति की ।
antarang tap
Not a member yet? Register now
Are you a member? Login now