परमावगाढ़ सम्यग्दर्शन
केवलज्ञान के द्वारा प्रकाशित जीवादि पदार्थ – विषयक ज्ञान से जिनकी आत्मा विशुद्ध है वे परमावगाढ़ रूचि सम्यग्दृष्टि है। इनका सम्यग्दर्शन ही परमावगाढ़ – दर्शन है।
केवलज्ञान के द्वारा प्रकाशित जीवादि पदार्थ – विषयक ज्ञान से जिनकी आत्मा विशुद्ध है वे परमावगाढ़ रूचि सम्यग्दृष्टि है। इनका सम्यग्दर्शन ही परमावगाढ़ – दर्शन है।
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