न्याय भागमत समुच्चय Posted by kundkund Date July 15, 2023चंद्रप्रभ काव्य के द्वितीय सर्ग पर पं.जयचंद छाबड़ा (ई.1763-1829) द्वारा भाषा में रचित एक न्याय विषयक ग्रंथ।पूर्व पृष्ठअगला पृष्ठRelated Entriesन्याय दीपिकान्याय विनिश्चयन्यायकर्णिकान्यायकुमुद चंद्रिकान्यायशास्त्रकृत Tag:ग्रंथShare:ABOUT INSTRUCTOR kundkund Previous post न्याय दीपिका July 15, 2023Next post न्याय विनिश्चय July 15, 2023You may also like ज़िनागम का सार भाग 1 30 November, 2024 antarang tap 19 April, 2024antarang tap अंतरंग तप 5 September, 2023