नरक
जो जीवों को शीत, उष्ण आदि वेदनाओं से निरंतर आकुलित करते रहते हैं वह नरक कहलाते हैं। अथवा पापी जीवों को अत्यंत दुख प्राप्त कराने वाले नरक हैं। अथवा जिस स्थान में जीव रमते नहीं हैं अर्थात् परस्पर प्रेम-भाव को प्राप्त नहीं होते वह नरक कहलाते हैं।
जो जीवों को शीत, उष्ण आदि वेदनाओं से निरंतर आकुलित करते रहते हैं वह नरक कहलाते हैं। अथवा पापी जीवों को अत्यंत दुख प्राप्त कराने वाले नरक हैं। अथवा जिस स्थान में जीव रमते नहीं हैं अर्थात् परस्पर प्रेम-भाव को प्राप्त नहीं होते वह नरक कहलाते हैं।
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